1995 घटना चक्र 👇👇👇
1995 में उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बन गई थी तब काँग्रेस ने 1997 में सात राज्यों के राज्यपाल दलित समुदाय से बनाये। भारत का मुख्य न्यायाधीश दलित समुदाय से बनाया। भारत का राष्ट्रपति दलित समुदाय से बनाया और यूजीसी का चेयरमैन भी दलित समुदाय से बनाया। ये सब इसलिए मिला क्योंकि मान्यवर कांशीराम साहब के कद सामाजिक और राजनैतिक रूप से बढ़ रहे थे और बहुजन आंदोलन स्वतंत्र रूप से समूचे भारत में बहुत मजबूत हो रहा था। महाराष्ट्र में मराठवाड़ा यूनिवर्सिटी का नाम बदलकर डॉ भीमराव अम्बेडकर करने के लिए दलित पैंथर ने बहुत बड़ा आंदोलन किया, लेकिन उसका नाम बदलने में वो कामयाब नहीं हुए। जब मान्यवर कांशीराम का आन्दोलन उत्तर भारत में मजबूत होने लगा तब बिना कोई आन्दोलन किये, बिना मांगे ही लखनऊ में बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी मिल गयी।
आज पंजाब में जब बसपा और अकाली दल का गठबंधन मजबूत होने लगा तो कॉंग्रेस ने अपना जनाधार खिसकता देख शायद एक दलित को मुख्यमंत्री बना दिया। ये सब आपके स्वतंत्र रूप से आन्दोलन मजबूत होने का परिणाम है, इसलिए अपने आन्दोलन पर गर्व करना सीखिए और उसे मजबूत करिये, हार जीत की चिंता आप ना करें। अन्य पार्टियों में भी आपको सशक्त भागीदारी और उचित सम्मान तभी मिलेगा जब आपका स्वतंत्र रूप से बहुजन आन्दोलन मजबूत होगा। यह आन्दोलन आत्म स्वाभिमान का आन्दोलन है और यह आपके की मदद (self help) से ही चलेगा । आप ना बिकने वाला समाज तैयार करें।
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