अपने ही गिराते हैं नशेमन पे बिजलियाँ
#अपने_ही_गिराते_हैं_नशेमन_पे_बिजलियाँ :-
#क्रांतिकारी_अम्बेड़करवादी_शेर
सोशल मीडिया पर राजनीति के शेरो ही नही बल्कि गब्बर शेरो की जमात यानि क्रांतिकारी दलितो की सोच :-
(1) हम अम्बेड़करवादी है :-
(2) मायावती ने काशीराम के मिशन को खत्म कर दिया :-
(3) मायावती टिकट बेचती है :-
(4) मायावती मेहनती लोगो को उभरने नही देती :-
(5) मायावती भाजपा से मिली हुई है
(6) मायावती ने पार्टी ब्राहमणो को बेच दी है :-
(7) मायावती को ये करना चाहिए :-
(8) मायावती को वो करना चाहिए :-
(9) मायावती को मर ही जाना चाहिए :-
ऐसे ही एक क्रांतिकारी अम्बेड़करवादी युवा से एक आदमी ने पूछ लिया कि अम्बेड़करवादी विचारधारा को बचाने के लिए तूने बिना ब्राहमणो वाली कौन सी पार्टी को वोट दिया था जिससे तू अब क्रांतिकारी और कट्टर अम्बेड़करवादी हो गया ? आप काशीराम और मायावती की तरह अपना या अपने घर की किसी औरत को घर से बाहर निकलवाके अम्बेड़करवादी विचार फैलवाके ही क्रांतिकारी अम्बेड़करवादी बने हो या डायरेक्ट भाजपा, कांग्रेस, सपा, राजद, तृणमुल कांग्रेस को वोट देकर क्रांतिकारी बने हो| इतनी सी बात सुनते ही क्रांतिकारी भाई उसको मायावती का अंधभक्त कहकर निकल लिया| तब से वो आदमी अपना सिर खुजा रहा है कि उसने क्या कह दिया कि एक क्रांतिकारी भाई उसको अंधभक्त कहकर गुस्से मे चला गया|
इन क्रांतिकारी युवाओ को ये तो पता है कि मायावती को क्या क्या करना है लेकिन ये अब तक नही पता कि उसको क्या क्या करना है| अब वो मायावती को गरिया रहे है कि पश्चिम बंगाल मे बसपा की सरकार क्यों नही आई| वैसे झोपड़ी मे रखा हर दीया रोशनी नही करता, कुछ झोपड़ियाँ जलाने के लिए ही जलते है|
✍ Vidrohi Sagar Ambedkar
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