अपने "साहस" को हमेशा सूरज कीतरह उज्जवल रखिए.. चार दिन बाज के ना उड़ने से आसमान कबूतरो का नहीं हो जाता है!
चुनाव आ रहा है जो लोकतंत्र को जीवित रखने वाला महा पर्व है तब हमे समाजदार बनकर काम लेना होगा व्यक्तिगत स्वर्था को छोड़ना होगा हमे अलग अलग जातियों मे बांटने वालो से सावधान रहना होगा हमे डॉ बाबा साहब अम्बेडकर ने सिर्फ और सिर्फ शेड्यूल कास्ट बनने के लिए कहा लेकिन आज भी हम मनु की संतानों के षडयंत्र का शिकार हो रहे है और उनके षडयंत्र को समझने में विफल रहे है हम आज भी अपने आपको सिर्फ शेड्यूल कास्ट नहीं बना पाए और हमारे अंदर अंदर की जातियों की टांग खींचने में पड़े है वाल्मीकि,चमार, बुनकर,कोली,तुरी या अन्य छोटी जाति बनकर रहोगे तो कोई शक्ति का निर्माण नहीं कर पाओगे और जीवन भर समाज को गुमराह करते रहोगे लेकिन अगर शेड्यूल कास्ट बन जाओगे तो आपकी आबादी 20% है और लोकतंत्र में 20% जनता का वोट के आधार पर बहुत बड़ा महत्व होता है हमारे लोग जय भीम जय भीम करते करते समाज को बिखराव की और ले जाते है तब बड़ा दुख होता है हमारे लिए एक ही राष्ट्रीय पार्टी है जो वास्तविक रूप में शेड्यूल कास्ट का हित रक्षक है और बीएसपी की मजबूती का मतलब भारत का सामाजिक रूप से नव निर्माण होगा जागो अभी भी वक्त है अन्य पार्टियों में गुलाब बनकर समाज को धोका देने से बहेतर है की बीएसपी मे स्वाभिमान और सम्मान की लड़ाई लड़े मान्यवर साहब कांशीराम,दीना भाना साहब एवम् डॉ बाबा साहब,ज्योतिराव फुले साहब के सपनो को समाज निर्माण करने में सहयोगी बने 🐘
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